वर्चुअल रियलिटी (VR) अब केवल एक भविष्यकालीन अवधारणा नहीं रही; यह विभिन्न उद्योगों में एक परिवर्तनकारी शक्ति बन गई है, जिसमें फिल्में भी शामिल हैं। दर्शकों को 360-डिग्री अनुभव में डुबोकर, फिल्म निर्माता ऐसी कहानियां बता सकते हैं जो पारंपरिक मीडिया नहीं कर सकता, जिससे दर्शकों को ऐसा महसूस हो कि वे कहानी का भाग हैं।
VR की अवधारणा कई दशकों पुरानी है, लेकिन यह तभी संभव हुई जब हाल की तकनीकी प्रगति ने इसे फिल्म निर्माताओं के लिए एक व्यावहारिक उपकरण बना दिया। प्रारंभिक प्रयासें तकनीक द्वारा सीमित थीं, लेकिन आज के VR हेडसेट्स, जैसे Oculus Rift, HTC Vive, और PlayStation VR, उच्च-परिभाषा ग्राफिक्स और प्रतिक्रियाशील वातावरण प्रदान करते हैं, जिससे कहानियों को पहले से अधिक जीवंत बनाया जा रहा है।
1990 के दशक की शुरुआत में,